मंदिर प्रतिष्ठा पूजा अनुष्ठान

कहा जाता है कि जिस कूप-तालाब का प्रतिष्ठा नहीं किया गया रहता उस कूप-तालाब के जल से किसी भी देवी-देवताओं का पूजन नहीं होता। उसी तरह अगर किसी मंदिरों का प्रतिष्ठा नहीं हुआ रहता है तथा मंदिर में स्थापित किये गए देवी-देवताओं के मूर्ति प्रतिष्ठित नहीं किये रहते हैं तो वहां पर किसी भी प्रकार का विशेष पूजा अनुष्ठान नहीं किया जा सकता है, अतः वहाँ पर किये विशेष पूजन कार्य सफल नहीं होते हैं। अतैव अपने घर पर बने हुए मंदिर हो या किसी विशेष स्थान पर, मंदिर का पतिष्ठा अवश्य होना चाहिए। प्रतिष्ठित मंदिर में प्रतिष्ठित किये गए देवी-देवताओं के सामने अपने मनोकामना सिद्धि हेतु प्रायः सभी प्रकार के अनुष्ठान सम्पन कर सकते हैं। अगर आपके द्वारा बनाए गए मंदिर का प्रतिष्ठा नहीं हुआ है या मंदिर में रखे गए देवी-देवताओं के मूर्तियों का प्रतिष्ठा नहीं हुआ है तो आप किसी अच्छे आचार्य विद्वानों के द्वारा इस शुभ कार्य को जरूर सम्पन कराएं। विशेष जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।

|| पूजा अनुष्ठान ||